…केवल प्रेम ही मेरा स्थान ले सकता है। ईश्वर के प्रेम में दिन और रात इतना डूब जाओ कि तुम्हें ईश्वर के अतिरिक्त और कुछ भी याद न रहे; और वही प्रेम तुम सभी को दो।
— श्री श्री परमहंस योगानन्द
हमारे प्रिय गुरुदेव की महासमाधि के अवसर पर, गुरुवार, 7 मार्च को सुबह 6:30 से 8:00 बजे तक (भारतीय समयानुसार) वाईएसएस संन्यासी द्वारा अंग्रेज़ी में एक विशेष ध्यान-सत्र का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में चैंटिंग, प्रेरणादायक पठन और ध्यान शामिल था।
इस ऑनलाइन कार्यक्रम के अतिरिक्त, इस अवसर पर हमारे आश्रमों और केन्द्रों पर विभिन्न व्यक्तिगत विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए।
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इस विशेष दिन पर, भक्त अपने गुरु को उनके जीवन में दिए गए आशीर्वाद के लिए कृतज्ञता के प्रतीक के रूप में गुरु-प्रणामी देते हैं। इस दान को ऑनलाइन करने के लिए आपका स्वागत है। आपके अमूल्य योगदान का उपयोग उनकी आत्मा-मुक्तिदायी शिक्षाओं के प्रसार के लिए किया जाएगा।