मनुष्य के आचरण का तब तक कोई भरोसा नहीं होता जब तक वह ईश्वर में अधिष्ठित न हो जाय। भविष्य में सब कुछ सुधर जायेगा यदि तुम अभी से आध्यात्मिक प्रयास शुरू कर दो।
— स्वामी श्रीयुक्तेश्वरजी
स्वामी श्रीयुतेश्वरजी को ज्ञानावतार, या “ज्ञान के अवतार” के रूप में सम्मानित किया जाता है। युक्तेश्वरजी की महासमाधि के अवसर पर, वाईएसएस संन्यासी के नेतृत्व में अंग्रेज़ी में एक विशेष ध्यान-सत्र का संचालन किया गया।
शनिवार, 9 मार्च को आयोजित इस आध्यात्मिक रूप से उत्थानकारी कार्यक्रम में चैंटिंग, प्रेरणादायक पठन और ध्यान शामिल था।
इस ऑनलाइन कार्यक्रम के अतिरिक्त, इस अवसर पर हमारे आश्रमों और केन्द्रों पर विभिन्न व्यक्तिगत विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए।
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इस विशेष दिन पर, भक्त अपने गुरु को उनके जीवन में दिए गए आशीर्वाद के लिए कृतज्ञता के प्रतीक के रूप में गुरु-प्रणामी देते हैं। इस दान को ऑनलाइन करने के लिए आपका स्वागत है। आपके अमूल्य योगदान का उपयोग वाईएसएस/एसआरएफ़ गुरुओं की क्रियायोग शिक्षाओं के प्रसार के लिए किया जाएगा।