परमहंस योगानन्दजी द्वारा “आत्मा की शांति को उजागर करना”

22 सितम्बर, 2023

एक परिचय :

जब आप चारों ओर और ऑनलाइन देखते हैं, तो क्या आपको आश्चर्य होता है कि हम एक विश्व के रूप में शांति का स्थान कैसे पा सकते हैं? ऐसे समय में हताशा का अनुभव होना स्वाभाविक है जब हम जीवन के बारे में जो कहानियाँ सुन रहे हैं वे अक्सर उत्तेजना और क्रोध के संदर्भ में होती हैं। परन्तु यह जान लें : भले ही थोड़े समय के लिए, एक अलग दिशा में देखना, अपने भीतर देखना, अत्यधिक आशा उत्त्पन्न कर सकता है।

एक पल के लिए परमहंस योगानन्दजी द्वारा व्यक्त इस कहानी — छिपे हुए सत्य — को प्रतिस्थापित करें : “शांति हर जगह है। आप शांति के सागर में तैर रहे हैं। जिस प्रकार रक्त प्रत्येक ऊतक में प्रवाहित होता है, उसी प्रकार शांति शरीर की प्रत्येक कोशिका में प्रवाहित होती है।”

आप शांति में तैर रहे हैं, लेकिन इससे पहले कि आप इसको अनुभव कर सकें, आपको परमहंसजी द्वारा सिखाए गए आध्यात्मिक वैज्ञानिक तरीकों से “इसे अपने हृदय में आसवित करना”, शांति का अभ्यास करना सीखना होगा।

मानवता के लिए शांति के आदर्श को ध्यान में रखते हुए, प्रत्येक सितंबर मास में विश्व-भर में संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस मनाया जाता है। लेकिन परमहंसजी और सभी महान् आत्माओं ने सिखाया है कि उस लक्ष्य तक पहुँचने के लिए हमें स्वयं से प्रारम्भ करना होगा।

और अंततः हमें आवश्यकता है — हम आत्मा के रूप में उत्कट इच्छा रखते हैं — शांति के कभी-कभार स्वाद से कहीं अधिक, उसी तरह जैसे हमें पौष्टिक भोजन के स्वाद की कभी-कभार से कहीं अधिक आवश्यकता होती है। हमें अधिक शांति की आवश्यकता है — प्रचुर मात्रा में, आरोग्यकारी, गहराई से आश्वस्त करने वाली, दृढ़ता प्रदान करने वाली और संतुष्टिदायक शांति — और न केवल एक दिन या एक महीने के लिए, बल्कि हर दिन और जितना हम धारण कर सकते हैं, जब तक कि शांति इस संसार में रहने की हमारी सहज प्रकृति नहीं बन जाती।

हम आपको नीचे दिए गए परमहंसजी के ज्ञान के उद्धरणों को आत्मसात करके एवं अपनी आत्मा के भीतर उपस्थित शांति के संग्रह के माध्यम से, सचेत रूप से चिंताओं को दूर करने — आज या किसी भी दिन — दिव्य शांति का अनुभव करने के लिए आमंत्रित करते हैं।

परमहंस योगानन्दजी के प्रवचन एवं आलेख से :

विश्व में शांति का प्रारम्भ व्यक्तिगत हृदयों में शांति से होता है।

आपको इसे अपने हृदय में आसवित करके शांति ढूंढनी होगी। ध्यान एक प्रक्रिया है। आप शांति पाने के लिए हर प्रकार का प्रयास कर सकते हैं और फिर भी आपको शांति अनुभव नहीं होगी; लेकिन ध्यान करें और तुरंत आप दिव्य आनंद से अवगत हो जाएंगे। ध्यान वह झरना है जिससे ईश्वर की शांति आपकी आत्मा में प्रवाहित होती है।

प्रत्येक रात्रि निद्रा में आप शान्ति और आनन्द का स्वाद चखते हैं। जब आप गहरी निद्रा में होते हैं, तो ईश्वर आपको शान्त अधिचेतनावस्था में रखते हैं, जिसमें आप इस जीवन के समस्त भय और चिन्ताएँ भूल जाते हैं। ध्यान के द्वारा आप जाग्रतावस्था में मन की उस पवित्र अवस्था को अनुभव कर सकते हैं, और आरोग्यकारी शान्ति में निरन्तर लीन रह सकते हैं।

एक बार जब आपको अपने भीतर शांति मिल जाती है, तो यह आपके वातावरण और विश्व के लिए एक आशीर्वाद के रूप में बहती है। भीतर सद्भाव, बाहर सद्भाव, सर्वत्र सद्भाव!

अपने चित्त को भ्रूमध्य में [जैसा ध्यान में करते हैं] शान्ति के अथाह सरोवर पर स्थिर कीजिए। अपने चारों ओर लहराते शान्ति के अनन्त वृत्त को देखिए। जितना अधिक ध्यान से आप देखेंगे, उतना ही अधिक आप शान्ति की तरंगों को भृकुटियों से ललाट में, ललाट से हृदय में, तथा अपने शरीर की प्रत्येक कोशिका में फैलता अनुभव करेंगे। अब शान्ति के जल की बाढ़ आपके शरीर की सीमाओं को आप्लावित कर रही है और आपके मन के विशाल क्षेत्र को जलमय कर रही है। शान्ति की यह बाढ़ अब आपके मन की सीमाओं को लाँघकर अनन्त दिशाओं में फैल रही है।

यदि आप अपनी शांति बनाए रख सकते हैं और अपने सभी कार्यों में शांत रूप से सक्रिय और सक्रिय रूप से शांत रह सकते हैं, तो आपने स्वयं को अपने वास्तविक स्व के साथ पहचान लिया है जो हमेशा शांति के आंतरिक कक्ष में रहता है।

आप जो कुछ भी करते हैं उसे शान्तिपूर्वक करना चाहिए, क्योंकि वह आपके शरीर, मन और आत्मा के लिए सर्वश्रेष्ठ औषधि है। यह जीने का सबसे उत्कृष्ट तरीका है।

वाईएसएस ब्लॉग के लिए हमारा एक लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि आपके पास परमहंस योगानन्दजी की दूरदर्शिता और सर्वव्यापी ज्ञान को तुरंत अभ्यास में लाने के लिए उपकरण हों। यह परमहंसजी का उद्देश्य था — जब भारत के आध्यात्मिकता के आसन्न व्यावहारिक विज्ञान को विश्व के सामने लाया गया — कि प्रत्येक व्यक्ति योग के सरल लेकिन शक्तिशाली प्रभावकारी तरीकों को लागू करके, अपनी आत्मा की शांति, प्रेम और आनन्द को जान सके।

नीचे आपको “आज शांति का अनुभव करने के लिए टूलकिट” का एक लिंक दिखाई देगा, जिसमें आपको विश्रान्ति पर निर्देश और निर्देशित अनुभवों के कई वीडियो मिलते हैं ताकि आप अपनी दिनचर्या के अनुसार, अपने भीतर की अंतहीन शांति को जानने का अभ्यास कर सकें।

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