हर वर्ष, 5 जनवरी प्रत्येक वाइएसएस भक्त के लिए एक अत्यंत पावन दिवस होता है क्योंकि यह दिन हमारे परमप्रिय गुरुदेव श्री श्री परमहंस योगानन्द का आविर्भाव दिवस है। ग़रीबों की सेवा द्वारा गुरु को श्रद्धांजलि अर्पित करना इस विशेष दिवस को मनाने का एक भाग हमेशा रहा है। यह वर्ष हमारे गुरुदेव की 128वीं जयंती है।
आमतौर पर उस दिन की जाने वाली सेवा गतिविधियों में एक विशाल भंडारा भी शामिल होता है जो हमारे प्रत्येक आश्रम में आयोजित किया जाता है, जिनमें हज़ारों लोग प्रसाद ग्रहण करते हैं। इस वर्ष कोविड महामारी के कारण आश्रमों में न तो भंडारे किए गए और न ही किसी सार्वजनिक कार्यक्रम या प्रभात फेरी जैसी सामूहिक गतिविधियों का आयोजन हुआ। तथापि, कुछ सेवा गतिविधियों का आयोजन किया गया जो नीचे दिये गए हैं। इनके आयोजन में सभी सुरक्षा संहिताओं का ध्यान रखा गया, जैसे मास्क लगाना, सुरक्षित दूरी बनाए रखना, इत्यादि।
योगदा सत्संग शाखा मठ, राँची
सामग्री वितरण
रांची के गरीब इलाकों व शहर के सीमावर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में 1000 लोगों को कंबल दिये गये। चावल, दाल, आटा, खाद्य तेल, चीनी, दलिया, हार्लिक्स और सूजी समेत एक महीने का सूखा राशन ज्योतिषका अनाथालय और अपना घर वृद्धाश्रम को दान दिया गया। ज्योतिषका अनाथालय में 45 अनाथ बच्चे रहते हैं और अपना घर वृद्धाश्रम में 25 वृद्ध रहते हैं। रांची की निर्मला एवं इंदिरा कुष्ठ कालोनियों में रहने वाले लगभग 250 परिवारों को भी भंडारा प्रसाद तथा कंबल वितरित किए गए।
योगदा सत्संग शाखा आश्रम, नोएडा
शैक्षणिक सहायता
आश्रम के धर्मार्थ कोचिंग केंद्र के 25 विद्यार्थियों को ऑनलाइन कक्षाएं करने हेतु 3 महीने का मोबाइल डाटा उपलब्ध कराया गया।
वित्तीय सहायता
सड़क दुर्घटना के बाद अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे एक गरीब पिता के बेटे की आपातकालीन चिकित्सा हेतु ₹50,000 की राशि दी गई।
सामग्री वितरण
परमहंस योगानन्द स्वर्ण बाल वाटिका – वंचित बच्चों के लिए एक धर्मार्थ कोचिंग केंद्र – के 52 विद्यार्थियों को ऊनी इन्नर-वियर दिए गए ताकि सर्दियों में वे ठंड से बचे रहें।
इसके अलावा, आश्रम के समीप रह रहे एक वंचित प्रवासी परिवार को कंबल और ऊनी वस्त्र भी उपलब्ध कराए गए।
योगोद सत्संग मठ, दक्षिणेश्वर
कंबल वितरण
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी, हमारे परमप्रिय गुरुदेव श्री श्री परमहंस योगानन्द के अविर्भाव दिवस पर योगदा आश्रम, दक्षिणेश्वर ने दक्षिणेश्वर और अरियादाहा क्षेत्र में बेघर लोगों को कंबल बांटे। ये ऐसे गरीब लोग हैं जो कोलकाता के उत्तरी 24 परगना और हावड़ा जिलों में सड़कों के फुटपाथ पर रहते हैं।
दिनांक 2 जनवरी, 2021 को स्वयंसेवकों की मदद से फुटपाथ पर रहने वाले सौ लोगों को कंबल बांटे गए। इसके अतिरिक्त चार सौ कंबल 4 और 5 जनवरी 2021 को चार चरणों में दक्षिणेश्वर और अरियादाहा क्षेत्र में बांटे गए। ज़रूरतमंदों का चयन स्थानीय गैर-सरकारी संगठनों की सहायता से किया गया था, जिसमें दक्षिणेश्वर का नवजागरण क्लब भी शामिल है।
योगदा सत्संग शाखा आश्रम, द्वारहाट
कंबल वितरण
ब्रह्मचारी निर्लिप्तानंद और अमेयानंद द्वारा बाबा जी की गुफा तथा वाइएसएस साधना स्थली के समीपवर्ती गांवों में, सुरईखेत में, और द्वारहाट के आसपास के क्षेत्रों में, 18 दिसंबर 2020 से शुरू करके, 15 दिनों के दौरान लगभग 31 गांवों में 800 से अधिक कंबल वितरित किए गए।